हर वर्ष के एक बार है आता माहे रमज़ान के बाद ये मुबारक भरे ईद का दिन, मन पवित्र हो जाता दे जाता,भाई-चारे की सीख ये मुबारक भरे ईद का दिन, आई बड़ी रौनकें वाली रात जब होता फलक से झाँकते चाँद का दीदार, सजदे होते होती इबादतें जब आती ये मुबारक भरी ईद की रात, गले मिलते,नफ़रत भरें शिकवे मिटते,दूर हो जाती कड़वाहट मनों से जब देते मुबारकबाद और खाते खिलाते मीठी-मीठी सेवाइया, पैग़ाम है लाता दुनिया में फैलाता भाई चारे का सबसे अनमोलता की पहचान है ईद, ♥️ Challenge-568 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ आप सभी को ईद की बहुत-बहुत मुबारकबाद ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।