आप भले ही भीड़ से हों लेकिन आप खुद को खुद ही गिनती में बनाए रखिए, वरना दूसरे गिनती करते हुए आपको भूल भी सकते हैं आप भले ही ईमानदार, कर्मठ , नेक और उच्च आदर्शों और विचारों के धनी हों, लेकिन आप तभी खुद को दुनिया में कायम रख सकते हो जब आप स्वयं ही स्वयं को गिनती में बनाए रखते हैं। पहचान स्वयं बनिए , लोगों को बताइए मैं क्या हूं खुद का विज्ञापन किए बिना आपको लोग नहीं समझ या पहचान सकते हैं। आप भले ही भीड़ से हों लेकिन आप खुद को खुद ही गिनती में बनाए रखिए, वरना दूसरे गिनती करते हुए