" तू साथ नहीं " अब मुझमें वो बात नहीं इसलिए तू साथ नहीं अपनेपन का एहसास नहीं प्यार भरे जज्बात नहीं तूने छोड़ दिया कोई बात नहीं जब दूनिया से ही बच पाया नहीं तेरे दिल में था पर , आशियाना बसा पाया नहीं पत्तों का महल जो था , झोंका हवा का सह पाया नहीं रास्ते हो चुके जूदा , मंजिल की अब आश् नहीं तलब एक तुम्हारी थी , सुनलो अब कोई प्यास नहीं शुक्रिया तेरा वरना आज ये मुकाम पाता नहीं " विशु "हो तो गया कवि , पर बीन तेरे मेरी पहेचान नहीं शायद मूझमें अब वो बात नहीं इसलिए तू साथ नहीं। #love#pain#thoughts#poems#heartbeat#brokenheart