फख़रे कौनो मकां ने ये फरमा दिया तुम मोहब्बत करो हमको सिखला दिया जां की बाज़ी लगा दो वतन के लिए मेरे रब की क़सम मैंने हां कर दीया #मेरी ग़ज़ल की दो पंक्तियां प्यारे वतन के नाम