जो तम आया तेरे मग में, उसको मैं ही टाला हूं । तुम ही कहती थी मैं तो, तेरे लिए उजाला हूं ।। तुम हो जैसे बहती गंगा, मैं एक गंदा नाला हूं । तुम गर्म चाय की चुस्की हो, मैं तो विष का एक प्याला हूं ।। तू है जैसे परी स्वर्ग की, मैं कौवे से भी काला हूं । तुम हो जैसे धूप ठंड की, मैं पूष का पाला हूं ।। तेरी झील सी गहरी आंखों का मैं इकलौता रखवाला हूं । तू है चंचल तितली जैसी, तो मैं भी भंवरा दिलवाला हूं ।। तुम हिरणी जैसी चलती हो, मैं गज कोई मतवाला हूं । तू अगर लाडली बेटी है तो, मैं भी अपनी मां का लाला हूं ।। अगर तिवारी है कोई तू, तो मैं भी कोई शुक्ला हूं । गर है तू चंचल "रुनझुन" तो, मैं भी"ऋषि" निराला हूं ।। तुम हो जैसे बहती गंगा, मैं एक गंदा नाला हूं!!!! Please don't copyright ©Shukla #seaside Sujata jha Roshni Bano Ankita Shukla Prady Vats Er. Ambesh Kumar #rishi #runjhun #feelingemotional