तुम दर-बदर, हम भी बे-दर थे सुकुँ रहा तलाश में खैर मुकद्दम बनकर तुम हम में बसर थे, हम बेखबर थे !! सदा- awaaz Bsar- rehte the नसर - winner Khair-maqdam- achha chahne vale Mene sukoon ko hr jgah khoja