उस फूल से पूछो जो ख़िज़ा का मौसम तन्हा गुज़ार देता है.... एक शायर ने ख़ूब कहा है- भरी दुनिया में जी नहीं लगता जाने किस चीज़ की कमी है अभी नासिर काज़मी इंसान को ये ख़ालीपन क्यों है? ये उसने ख़ुद बनाया है या उसे विरासत में मिला है? क्या है इसकी सच्चाई? #ख़ालीपन