Tunnel अपनी तन्हाई का अलग ही आलम बना कर बैठा हूँ, नहीं रहा वजूद मेरा, जबसे तुम्हें अपना कर बैठा हूँ, 'आनंद' ने सपना देखा था तेरे साथ जीने का ऐसी जिंदगी जीने को ही, मैं अब सपना कर बैठा हूँ | #poetry #Shayari #Quotes #chahat