कभी खट्टी,कभी मीठी यह जिंदगी है बड़ी अनूठी भावनाओं में बहना नहीं समझ के भी कहना नहीं अंतरात्मा जो कहे वह काम करने में डरना नहीं काम चाहे हो ना हो स्वयं की नजरों में गिरना नहीं नियति लिखने वाले का हिसाब चुकता करने में कोताही बरतना नहीं।। ©Mohan Sardarshahari सात जुलाई