Nojoto: Largest Storytelling Platform

इक नफ़रत को मिटाने के लिए लाख दुआएं होती है तब जा

इक नफ़रत को मिटाने के लिए
लाख दुआएं होती है 
तब जाकर इक मोहब्बत पैदा होती है ।
 राइटर-एस.एन.मिश्रा"इसरौलवी"
 डायलाग
इक नफ़रत को मिटाने के लिए
लाख दुआएं होती है 
तब जाकर इक मोहब्बत पैदा होती है ।
 राइटर-एस.एन.मिश्रा"इसरौलवी"
 डायलाग