भर चुका मेरा दामन, तेरे ज़ुल्मों का बहीखाता अब ये ज़माना रखता है, तेरा इश्क़ भी अजीब है, जो यादों पे दर्द का हरजाना रखता है, बदलने को हालात, तेरी तवज्जो को रेत पर मैंने लिखा था कुछ, पर पत्थर दिल है तू, ज़ालिम कहता है के लहरों से याराना रखता है। - आशीष कंचन रेत पर लिखा था कुछ #रेतपर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqbaba #yqquotes #yqhindi Collaborating with YourQuote Didi