Nojoto: Largest Storytelling Platform

है जब चाहना तुझको, तो फिर दुश्वारियाँ कैसी, मेरी ख

है जब चाहना तुझको, तो फिर दुश्वारियाँ कैसी,
मेरी ख्वाहिशें तो आज भी, तेरे सज़दे में झुकती हैं,
ना जाने क्यूँ, तेरे दिल में है, कसक कैसी,
यूँ तो #तू मेरे ख़्वाबों की #जीनत है,

ग़र सर-ए-बज़्म भी तू हो,
तो हैरानियाँ कैसी.....
है जब चाहना..... #ख्वाहिशें
है जब चाहना तुझको, तो फिर दुश्वारियाँ कैसी,
मेरी ख्वाहिशें तो आज भी, तेरे सज़दे में झुकती हैं,
ना जाने क्यूँ, तेरे दिल में है, कसक कैसी,
यूँ तो #तू मेरे ख़्वाबों की #जीनत है,

ग़र सर-ए-बज़्म भी तू हो,
तो हैरानियाँ कैसी.....
है जब चाहना..... #ख्वाहिशें