हिंदी में बिंदी लगा के एक शब्द पूर्ण हुआ। शब्दो के मेल से जीवन का संग्रह हुआ। भाषा बहुत अनूठी ये लगा सभी भाषाओं को गले अपना वर्चस्व रखती ये। पहले स्कूल विद्यालय था और टीचर शिक्षक किंतु हिंदी की महता इतनी की सबको साथ लेकर मान अपना रखती ये। वसुदेव कुटुम्बकम भारत के मूल्यों को सार्थक करती ये। #व्यथित_परिवर्तन