लहराएगा जिस दिन परचम मेरे हौसलों का छू लूँगी आसमाँ पाकर मंजिलों को अपनी अभी जो बातों को मेरी हंसी मे उड़ाते हैं झुकेंगे वो भी कदमों मे ज़माना देखेगा #ज़माना देखेगा