फ़ूल खिल जाएं, फ़िज़ाओं में, दीये जगमगाये हवाओं मे, हम बस रौशन रहे, किसी की दुआओं मे, फ़िर किसकी मिट्टी, किसका तेल ये तो बस क़िस्मत का खेल #prayerquotes