#अधुरे वाक्य जो पुत्र समझते नहीं बाप,कभी अपने बाप को ! ख़ाक़ आदरणीय समझेंगे, जिन्दगी भर आपको ! क्यों अल्पमति सा गोयठे में, व्यर्थ घी सुखाते हैं ! बहरी-सूर सरकार है "शव" पर मोद मनाते हैं ! ---- अभिमन्यु प्रजापति ©ABHIMANYU prajapati #अधुरे_वाक्य