नी जा पंछी पहाडा छोडी गाव गधारा गाड छोडी पानी क पन्यारा छोडी नी जा तु परदेश मा वा का मिललो ठांडो पानी वा का मिललो पहाड़ी मीठी वाणी ऊचा नीचा डाना य़ा देवी देवता मंदिर भूमि देवता थ ना य़ा पीत्रोरूक कुडी य़ा पाथरो मकाना य़ा भठ्ठ ,गहत, झिगौर .मडुवा खेतों में हुनी धान य़ा नी जा पंछी पहाडा छोडी लोटी आ पहाड मा ..... migration par poem