ये शामे मुझे अब खूबसरत सी लगने लगी है, ये फिजाएं मुझसे अब कुछ कहने लगी है, रात भी अब घनी होने चली, अब ये रात का आलम मुझे तुम्हारी ओर खींचने सी लगी है। _mona_ aamayra ये घनी राते 🌆🌌