तुम्हे रंग लगाने की सोच थी हमारी तुम भाव भी ना दिये तुम्हारी वेवफाइ ने नशे की लत लगा दिया .... बिना फक्र किये पीकर मोहब्बत के गमों को भूलाते रहे , कभी कोल्ड ड्रिंक में दारु तो कभी दारु में कोल्ड ड्रिंक मिलाते रहे , तुम याद आते रहे और हम तुम्हारी याद में रात भर हिलाते रहे । Note ... पंखा हिलाते रहे क्योंकि पीने के बाद गर्मी ठंडी का पता नही चलता है न -✍✍दिव्यांशु शर्मा 🙄 #holi