#DaughtersDay ईश्वर का वो नायाब तोहफ़ा, मां लक्ष्मी का वो रूप , भरती घर मे रौंनक जिससे, बेटी देवी का वो रूप.... चुग कर पीहर के दाने पिया संग उड़ जाती है जा कर ग़ैरों के बीच भी वो पीहर के रिश्ते निभाती है तभी तो वो बेटी देवी कहलाती है.... दो दहलीजों में पीसकर भी वो खुद मुस्कुराकर औरो को हंसाती है कोई आम नहीं वो बेटी मेरी अंश वंश का फर्ज बखूबी निभाती है तभी तो वो देवी का कहलाती है.... #बेटियां