ख्वाईश चाँद की रखते थे , हम सितारे ले आये ख़ुद को कहा सबका उसने , हम दुत्कारें ले आये कौन कहता है कमबख्त , मर जाएंगे बग़ैर चाँद के जीने के लिए बीवी नामक , हम अँगारे ले आये । --अनुष्का वर्मा #शायरी #हास्य #चाँद