चांद की रौशनी छुपा के सूरज का किरण निकला है कोहरे की चादर छोड़ के चाय का गरम धुँआ उठा है नन्हे बच्चे अधूरे सपने तोड़ के स्कूल की तरफ नन्हे कदम बढ़ाए है मैने अख़बार रख के Your quote पे कोलाब किया है 24 सुप्रभात। सुबह से बड़ा कोई तोहफ़ा नहीं हो सकता प्रकृति का हमारे लिए। आइए, अपने शब्दों से सुबह के एक मंज़र का चित्रण करें। #सुबहकामंज़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi