परिंदों की तरहा आसमां में उड़ना था मुझे, इक परी ने सारे पंख नोच लिए, लिए फिरता हूं बदन हर गली, हर शहर,अब उसकी तलाश में, देखो मैं कितना गिर गया हूं अपनी ही शाख पे। ©DRx AnKur RaWat #मेरी_कलम_से✍️ #रावत_साहब😎