भर लेना आग़ोश में, गर रुठ जाऊं जो मै......... खुद रूठ गये जो कभी, मान जाना तुम जल्द ही.... मुस्तकिल है ये मुहब्बत, वाकिफ है मेरा रब भी..... नादानियों मे गलती, हो जाए जो कभी मुझसे..... अगले ही पल माफ़ करके, आग़ोश मे भर लेना फिर से। 🎀 इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 🎀 आज का शब्द है "आग़ोश" "aaGosh" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है गले लगाना, अंगीकार करना एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है embrace. अब तक आप अपनी रचनाओं में गले लगना शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द आग़ोश का प्रयोग कर सकते हैं। 🎀 उदाहरण रात दिन तू है मिरी आग़ोश में मैं तिरा साहिल मिरा दरिया है तू