Nojoto: Largest Storytelling Platform

परिवर्तन समय के सोपान, चढ़ते चले आ रहा हूं मैं, श

परिवर्तन

समय के सोपान,
चढ़ते चले आ रहा हूं मैं,
शायद शिखर के बहुत पास हूं
मंजिल करीब आ रही है,
यात्रा के साथ साथ-होती गई संचित,
धीरे धीरे भरती गई-अनुभवों की पिटारी,
कुछ थे मधुर बहुत- कुछ तिक्त थे,
कुछ कड़वे भी बहुत थे,
अब तक हो चली भारी बहुत,
ये खट्टे मीठे अनुभवों की पिटारी
थक गया हूं अब बहुत चलते चलते,
साथ अपने इस सफर में,
कुछ अपने ही बचे हैं,
साथ है कितने ही वंचितों के स्वर,
जो कभी अपने हुये थे,
यादे उनकी भी साथ हैं
जो मुड़ गये थे-कभी किसी मोड़ पर,
सोचता हूं- कभी मेरा मन रमा था,
जीवन के अनय पथ पर,
कभी ये मन सजा था
रुप सज्जा के प्रसाधन से,
अब समझ आया है-जीवन के इस पड़ाव पर
दुनिया है महज इक धोखा,
जो खुल कर भी-न खुल सके वो झरोखा,
सच तो यही है,
सृष्टि में व्यापित वो जो इक शब्द है 'प्रेम'
उसी अमर का अंश मेरा हृदय है,
अब न परवाह करनी है किसी की,
अनहद नाद से गूंजता मेरा हृदय है।

©Aditya kumar prasad परिवर्तन 
#like #commant 
#repost #mojito
#Gift #thought 

Pooja Udeshi Lalit Saxena Sethi Ji R Ojha Anshu writer mmm k singh Kavya F M POETRY दुर्लभ "दर्शन" poonam2_2 insta id poonam2_2 Anshu Pandey Kusum Nishad Krishna Sabeena भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन खामोशी और दस्तक R K Mishra " सूर्य " Shakuntala Sharma Sonika Pal rasmi

परिवर्तन #Like #commant #repost #mojito #Gift #thought Pooja Udeshi Lalit Saxena Sethi Ji R Ojha Anshu writer mmm k singh Kavya F M POETRY दुर्लभ "दर्शन" poonam2_2 insta id poonam2_2 Anshu Pandey Kusum Nishad Krishna Sabeena भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन @खामोशी और दस्तक @R K Mishra " सूर्य " @Shakuntala Sharma Sonika Pal @rasmi

1,345 Views