ख़्वाहिशात -ए- तिफ़्ल और तंगी -ए- रिज़्क़ के डर ने अमीर -ए- शहर को नर्म बिस्तर पर भी जगाए रखां है ख़्वाहिशात -ए- तिफ़्ल = बच्चें की कामनाएं तंगी -ए- रिज़्क़ = अन्नकष्ट, रोटी की कमी अमीर -ए- शहर = शहर के प्रमुख Chief of City Urdu_Word_Collab_Challenge_ #aamirshaikh Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "रिज़्क़" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial किया जाएगा !