बूंदों की चाहत में पंक्षी बैठें हैं एक डाल पर !! आपस में बातें करके हस रहें हमारे हाल पर!! प्रश्नचिन्ह लगा दिया हमारे अत्याचार के साम्हनें!! सच में हम इंसान हैं? बात शुरू हुई इस सवाल पर!!!! *अपने मन के प्रश्नों को उन्होंने, हिम्मत करके पूछ लिया!! इतना गर्व है तुम्हें इंसान होने का, पर तुमने अपना जीवन व्यर्थ किया!! *लोभ और छल कपट में तुमने, जीवन भर मध्यपान किया!! नशा चढ़ा कर मस्तिष्क में तुमने, बड़े -बुजुर्गों का अपमान किया!! *स्वयं के कर्मों का फल मिलने पर ईश्वर को दोष देते हो!! अपनों के बीच टकराव करा के ख़ूब आंनद लेते हो!! #yourquotedidi #yourquotebaba #yourquote #yourquotehindi #yourfeelings #yourquoteshayari.....