दिल नादान था तुमसे जुड़ बैठा, अनजाने ही फिर चोट खा बैठा, तौबा करता रहा कि नहीं जुडूंगा, मगर ये तुमसे गहरे जुड़ बैठा। ©सखी #दिल #जुड़ाव