झुमका सुनो....जिस झुमके के लिए तुमने सारा घर सर पर उठा लिया था,ओर प्यारी सी आंखों से मोटे मोटे आंसू बहाए जा रही थी,जिसके मिलते ही तुमने चुम लिया अपने होठों से,ओर नम आंखों से पहनकर ही तुम शादी के मण्डप में गई थी कांपते हुए कदमो से,वो झुमका मेने तुम्हे अपनी पहली मुलाकात पर दिया था ना....श्रीशायर 😍😘 ख्वाहिश 😘😍 Prita चतुर्वेदी 📕🙏