शुष्क जहां में मोहब्बत के सैकड़ो रूप देखे हैं, हमने इनके बदलती कई स्वरूप देखे हैं . तस्वीर पे तस्वीर कई इनपे आती गई ये उलट-पुलट बार-बार हमें ही दिखाती गयी, . मोहब्बत तो कभी इनसे छिपी नही कभी पीली, कभी काली तो कभी गुलाबी हमने कई इनके रंग-रूप देखे है... #आईना #तुम_नही_आईना . . #रंग_रूप_ऐ_नजर . .