गर्भवती हथिनी की हत्या से देश दहल उठा है। हथिनी के लिए समाज की संवेदना सराहनीय है। बस एक सवाल है- वो जो रोज़ लाखों बकरे,मुर्ग़े काटे जाते हैं। वो सब भी तो ऐसे ही तड़पते हैं। उन्हें तो इंसान अपने स्वाद के लिए मार देता है। तब हमारी संवेदना क्यों नहीं जगती? #ElephantDeath #RIPHUMANITY