खत में मैंने लिखा कि तेरे बगैर मेरा घर सुना-सुना हो गया खुशियों का हर किस्सा अनसुना हो गया तु थी साथ तो गम का कही ठिकाना नहीं था तेरे बाद तो दुनिया का हर इंसान बेगाना हो गया ~~ Dimple Panchal For my dadi