फूलो की खुश्बू और दिल की कलम से वो भी लिखना चाहता था पैगाम , लेकिन शहादत के घोडो की गति थी तेज, और मौत थी बेलगाम, बस " जय हिंद " ही लिख पाया वो सरहद का रखवाला बाकी खाली पड़ा था वो पत्र तमाम चलो ऐसे वीरो को दिल से मिल कर करे सलाम । शहीद का पत्र