आयी इश्क़-गली में वो, आशिक़ी में महक आयी, खत में ज़िक्र हुआ उसका शायरी में महक आयी, लिखी ग़ज़लें गुलाबों पर महक रुख़सत रही हमसे, बस इक शेर लिखा उस पर ज़िंदग़ी में महक आयी। चारण गोविन्द #चारण_गोविन्द #CharanGovindG #govindkesher #Love #Poetry #HappyRoseDay