नुमाइश कर-कर के रुख-ए-हुस्न की लिहाज़ो-हया भुला कर बैठे है,,, हुस्न-ए-अज़ल तो फना हो चुकी 'साबिर'अब तहज़ीब-ए-सहर भुला कर बैठे है..!! #yqbaba #yqqoutes #husn #beauty #quoteoftheday #lifelessons #loveforwriting