पूरे घर का चेहरा उतर जाता है जब बेटी जन्म लेती है वो बहन, पत्नि, माँ, ही है जो तेरा साथ देती है बचपन बीता माँ बाप के संग और परायों को अपना कहती है और लाख सितम सहकर खुद को ठीक हूँ कहती है पूरे घर का चेहरा उतर गया जब बेटी ने जन्म लिया। सगे खून के लोगों ने ये सुनकर रिश्ता तोड़ लिया। समाज की चिंता छोड़ आज मैंने ये काम किया बेटी को पढ़ा लिखाकर जग में रोशन नाम किया जब बेटी अफसर की वर्दी में दरवाजे की चौखट पर आयी कौन है पिता की आवाज को सुनकर बेटी की आँखें भर आयी उस बाप ने दरवाजा खोला और वो मंजर ऐसा पाया है बेटी ने पिता के पैर छुए ,और पिता ने गले लगाया है उस खाकी वर्दी में बेटी को देख पिता के आंसू निकल गए जब भरे समाज में पिता के संग चली तो लोगों के रंग उड़ गए ©vipin shukla #बेटी_तो_आखिर_बेटी_होती_है आप सबसे विनम्र निवेदन है कि इसको एक बार गौर से पढ़ें.....🙏🙏 ᴡʜᴏ ᴀᴍ ɪ C͟h͟i͟n͟t͟u͟ S͟t͟a͟t͟u͟s͟