White —अब— सारे समंदर ऊपर से बहकर गुजर जाए.. तो सुकून हो शायद.. आसमान टूट कर पाताल पार ले जाए.. तो सुकून हो शायद.. हवा बवंडरों में घुमाए.. तो सुकून हो शायद.. आग जलाती ही जाए.. तो सुकून हो शायद.. हजारों साल रूह और दुख पाए.. तो सुकून हो शायद.. गर शायद जो मुकम्मल भी नहीं.. तो सुकून अब हासिल भी नहीं.. ©Insaan RTN #Lion