बचपन और भूत अब भी याद ह वो बाते डरावनी यादे शर्त लगा लेते थे अँधेरे में जाने की होता कुछ नहीं था पर याद बन जाती थी डराने की जी गबराता था पर वो बात बात ही अलग थी किसी को सताने की झूठी बातो से बहकाने की #BachpanAurBhoot B@+++