एक अजीब सी कसमकश सी है। आँखों मे नींद भरी हे फिर भी बेचैनी जैसे मानो हर वक़्त ही है। ये रात ना जाने क्यों पर कुछ अलग सी है। किसी के आने का जैसे इंतेज़ार हो लगता हर वक़्त यही है। ये रात जैसे पुरानी यादों को याद कर अश्क बहाने के लिए ही बनी है। #yosimwrimo में रात के विभिन्न रूपों के बारे में लिखें। #येरातजैसे #collab #YourQuoteAndMine #myquote #yqbaba #yqdidi #collab Collaborating with YourQuote Didi