कैसा होगा.. आप सागर होंगे मैं साहिल हूँगा आप मुसाफ़िर होंगे मैं मंजिल हूँगा आप धड़कन होंगी मैं दिल हूँगा आप बादल होंगे मैं बिजली हूँगा आप नयन होंगे मैं काजल हूँगा आप चोटिली होंगी मैं घायल हूँगा आप चिंतित होंगे मैं भ्रमित हूँगा आप क्रोधित होंगे मैं व्याकुल हूँगा आप चाँद होंगे मैं कमल हूँगा -चित्तरंजन #Love #प्यार #nojoto #poem unconditional❤️❤️