काफिरों के बस्ती से गुज़र कर लोग सोचते हैं कि दिल्लगी छूट जाएगी... यें हरगिज़ संभव नहीं उनके लिए जिन मुजाहिरों की इश्क़ हीं मंज़िल हैं ।। #हिंदीशायरियां #हिंदी_साहित्य #काफिर_इश्क़ #हिंदीqoutes #हिंदी #मुजाहिर