यह जिंदगी का काफ़िला, रुकता नही कभी.. है अंतहीन सिलसिला, रुकता कहां कभी.. राहें नही है रुकती, रुक जाते पथिक है.. कहते है जिसे जिंदगी, मंज़िल नही इसमें.. यह जिंदगी का दौड़ है, ठहराव नही इसमें.. चलना ही होता जिंदगी, रुक जाना मृत्यु है.. #अजय57