आपके बारे में जो अपशब्द सुनता हूं तो लगता हैं कि, आज आप नहीं हो यहीं ठीक हैं राजे जिस स्वराज्य में आपने औरतों बच्चों के लिए बहुत कुछ किया पर आज उसी स्वराज्य में कुछ गीदड़ उन पे हाथ उठाते हैं ये सब देखकर लगता हैं कि आज आप नहीं हो यहीं ठीक हैं राजे कहा आपके ओ तनाजी, बाजी, येसाजी और कहा आज के मावले उन्हें देखकर लगता हैं कि, आज आप नहीं हो यहीं ठीक हैं राजे मुजरा राजे