अब आज नहीं आप हमें,छोड़ कहीं दो। मासूम बड़ा दिल न इसे,तोड़ कहीं दो। हर बार वफादार यहाँ, कौन रहा है। यह प्रेम कई बार यहाँ, मौन रहा है। #बिहारी_छंद #प्रेम #विश्वासी