तुम ही हो.... हर डगर, हर सफ़र पे तुम ही हो, हमनशीं भी तो मेरे तुम ही हो। मैं जो हंसता हूं गुनगुनाता हूं, दर हक़ीक़त, वो मुझमें तुम ही हो। कोई साया सा साथ चलता है, मैंने देखा जो मुड़के.. तुम ही हो। तुम पे इतना यक़ीन है दिल को, साथ रोते हो.. हंसते तुम ही हो। तुमको खोकर जियूंगा मैं कैसे! रोज़ो-शब मुझपे मरते तुम ही हो। हमने तुमको ख़ुदा से मांगा है, ज़िंदगी भी क़सम से तुम ही हो। हां.. मुहब्बत में ऐसा होता है, बंद आंखों से दिखते तुम ही हो। #yqaliem #yqbhaijan #muhabbat #tumhiho #zindgi #mujhmetu #hamnashi