एक दुख नहीं एक दर्द है, ना जाने क्यों कहता खुद को मर्द है, जिसकी भूख भोजन नहीं संभोग है, जिसका जीवन ही समाज का रोग है, जो हांडता रातों को हर गली है, जिसका शिकार रात की हर कली है, जो देता बस यही ज्ञान है, लड़कियों में रहो रास्ता सुनसान है, लेकिन वो इस बात से अनजान है, के वो ही इन सुनसान रास्तों का शैतान है, जो भूल चुका है के दुनिया आगे बढ़ रही है, लड़कियां भी अब तरक्की कर रहीं है, आज भी कुछ लोग मर्द बन रहे है, लड़कियों को आगे बढ़ने में मदद कर रहे है, बस कुछ ऐसे लोग सड़ रहे है, जो लड़कियों की तरक्की से डर रहे है, बस वो ही लोग लड़कियों को दर्द दे रहे है, साथ ही बदनाम ना जाने कितने अच्छे मर्द हो रहे है। । #मर्द #मर्दानगी #इज्जत #bachaoladkiyonki #लड़कियों_की_इज्जत_करो #yqbaba #yqdidi #yqdada