सुप्रभात,, ऐ सुबह तू मेरी सांसो में महक रही है,,, ऐ सुबह तू मुझ में चहक रही है,,, ऐ सुबह तू मुझे आंखों से आकर्षित कर रही है,,,, बादलों से भरे आसमां में अठखेलियां करती पुरवाई,, लुक्का चुप्पी करती सूरज की परछाई,,,,, हवा के झोंके देह छूके उड़ाते हवा में केशों को