हर ढलती शाम के बाद वो रात, उस रात के बाद का वो उगता सूरज उगते सूरज से फैलती हुई वो रोशनी, उस रोशनी से बनती है ज़िन्दगी की हर बात इसलिए हर-पल चलते रहिए "ज़नाब" ॥ step-by-step..!!!!