बचपन और रूठना मेरा वो बचपन वो मेरा रूठना अलग जाके दूर कहीं बैठना, किसी से न बोलना, हर किसी पर गुस्सा दिखाना, जो मिलता था वो गुस्से में खैक देना, ओर वो जमीन पर सिर पटक-पटक के रोना, गुस्से में खाना न खाना भूक लगगे पर जोर-जोर से रोना मगर भूक लगी है ये किसी से न कहना, गुस्से में रूठना ओर माँ की गोद मे रोते-रोते भुके ही सो जाना सुबह उठना ओर सब भूल जाना जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो ओर फ़िर वो सबसे पहले खाना खाना फिर थोड़ी सी गुस्सा दिखाना रूठना मनाना फिर सब कुछ ठीक हो जाना, बस ये ही था मेरे बचपन का रूठना मनाना। #क्या #दिन #थे #वो#मेरे 😊😊 #बचपन #वाले #nojoto #nojotolove