जिन के दिलों में होती है उल्फ़त क़ुरआन की करते हैं रोज़ घर में तिलावत क़ुरआन की बन कर के ढ़ाल हश्र के मैदाँ में देगी साथ पढ़ते हैं बार बार जो आयत क़ुरआन की ( नेमतुल्लाह पैग़म्बरपुरी ) ©Nematullah Paighamberpuri #PoetInYou #nematullahpaighamberpuri #bestnojotoquotes जिन के दिलों में होती है उल्फ़त क़ुरआन की جن کے دلوں میں ہوتی ہے اُلفت قرآن کی करते हैं रोज़ घर में तिलावत क़ुरआन की کرتے ہیں روز گھر میں تلاوت قرآن کی बन कर के ढ़ाल हश्र के मैदाँ में देगी साथ